बवासीर (Piles ) एक गंभीर बीमारी में आते है। बवासीर से ग्रसित रोगी के गुर्दे के पास अतिरिक्त मांस निकल आते है तथा पैखना करने में काफी कष्ट का अनुभव होता है तथा पैखना के साथ -साथ खून भी निकलता है। जिससे बवासीर से पीड़ित रोगी काफी कमजोर हो जाते है। बवासीर की उत्पति लगातार कब्जियत रहने के कारण हो सकते है या अधिक मोटे व्यक्ति को भी बवासीर हो सकते है। लेकिन यदि आपको बवासीर हो जाये तो जायदा घबराने की जरुरत नहीं है इसे घरेलु नुस्खे से भी ठीक किया जा सकता है। बवासीर तो पुरुष व महिला दोनों को हो सकते है लेकिन कभी -कभी महिला को प्रेगन्सी के दौरान या प्रेगन्सी के बाद बवासीर होते देखा गया है।
बवासीर के लक्षण Piles (पाइल्स ) ke Lakshan :-
- बवासीर का प्रमुख लक्षण गुदा के पास अतिरिक्त मांस का निकलना ही माना जा सकता है।
- कभी -कभी गुदा के पास मांस निकलने के कारण शौच के समय खून निकलना भी बवासीर के लक्षण होते है।
- कभी -कभी जब बवासीर के रोगी पैखना करने बैठते है तो उस समय पैखाने के रास्ते में एक मांस निकल आना बवासीर के ही लक्षण होते है।
- बवासीर के रोगी को हर वक्त पैखना करने के समय दर्द का होना बवासीर के लक्षण माने जाते है।
बवासीर के कारण Piles (पाइल्स) ke Karan :-
- बवासीर के सबसे प्रमुख कारण किसी व्यक्ति को लगातार कब्जियत रहना माना जाता है।
- कभी -कभी महिला को प्रेगन्सी के समय पेट में पल रहे बच्चे के दबाव के कारण बवासीर हो सकते है लेकिन यह कभी -कभी ही होते है।
- बवासीर का कारण बढ़ती उम्र भी हो सकते है।
- कभी -कभी शारीरिक काम कम करने से भी बवासीर हो जाते है।
- बवासीर शराब का नित्य सेवन करने से भी हो सकता है।
- कभी -कभी अधिक मोटापा भी बवासीर के कारण बन जाते है।
बवासीर के घरेलु उपचार Herbal Home Remedies For Piles :-
1. मूली से बवासीर के घरेलु उपचार :-
- मूली का सेवन करने से बवासीर के रोगी को काफी फायदा होता है। मूली के रस को नमक के साथ नियमित सेवन करने से बवासीर के रोगी को काफी फायदा होता है।
- इसके अलावे मूली का उपयोग बवासीर के दर्द में महलम के रूप में भी कर सकते है। इसके लिए मूली का का पेस्ट बनाकर उसमे शहद मिलाकर उस मिश्रण को दर्द के ऊपर लगाने से बवासीर से उत्पन दर्द से काफी राहत मिलती है।
- बवासीर के रोगी कच्ची मूली का प्रयोग सलाद के रूप में भी करे तो काफी फायदेमंद होते है।
- बवासीर के रोगी के लिए बड़ी इलायची काफी गुणकारी औषधि माने जाते है। बड़ी इलायची को हल्के तापमान में भून ले तथा उसका पॉउडर बना ले फिर उस इलायची के पॉउडर को रोजाना सुबह पानी के साथ सेवन करते रहने से बवासीर से छुटकारा पाया जा सकता है।
- काला जीरा का उपयोग बवासीर के रोगी दर्द में महलम के रूप में कर सकते है जो बहुत असरदार होते है। काला जीरा का अच्छी तरह से पॉउडर बनाकर उसे पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बनाकर बवासीर के दर्द के जगह पर लगाने से दर्द से काफी राहत का अनुभव होते है।
- अंजीर का उपयोग आदिकाल से ही कारगर औषधि के रूप में होते आ रहे है। बवासीर के रोगी के लिए भी अंजीर रामबाण दवा होते है। यदि रात को सोने के समय दो सूखे अंजीर के दाने को पानी में भीगने दे दें तथा रोजाना सुबह खाया जाये तो बवासीर से निजाद पाया जा सकता है।
- लहसुन का उपयोग तो हर तरह के दर्द के लिए रामबाण दवा माने जाते है। यदि बवासीर से ग्रसित रोगी रोजाना सुबह लहसुन की कुछ कलियों का सेवन करते रहे तो बवासीर के पाइल्स तो ख़त्म हो ही सकते है साथ -ही साथ बवासीर के दर्द से भी राहत मिलती है।
- नींबू से भी बवासीर से राहत पाया जा सकता है। नींबू के रस को एक कटोरी में निचोड़ कर रूई से नींबू के रस को बवासीर के दर्द में लगाने से दर्द से राहत पाया जा सकता है लेकिन इस विधि में रोगी को थोड़े कष्ट हो सकते है।
- इसके अलावे दुध के साथ नींबू के रस का मिश्रण बनाकर बवासीर के रोगी नियमित सेवन करते रहने से पाइल्स से निजाद पा सकते है।
- बवासीर से पीड़ित रोगी के लिए अरंडी का तेल एक रामबाण दवा के रूप में माने जाने वाले औषधि होते है। एक गिलास दुध के साथ एक चमच्च अरंडी के तेल का मिश्रण बनाकर रोजाना रात को सोते वक्त सेवन करने से बवासीर के दर्द से राहत पाया जा सकता है।
- जैतून के तेल का प्रयोग बवासीर से उत्पन दर्द को कम करने का काम करता है। ताजे बेर के पत्ते का रस निकालकर जैतून के तेल के साथ मिश्रण बनाकर बवासीर के दर्द पर लगाने से दर्द से आराम मिलता है।
- इसके अलावे जैतून के तेल का सेवन रोजाना एक चमच्च किया जाये तो बवासीर से निजाद पाया जा सकता है।
- सेब के सिरके से भी बवासीर का उपचार किया जा सकता है। एक गिलास शुद्ध पानी में एक चमच्च सेब का सिरका तथा थोड़ा शहद मिलाकर रोजाना एक से दो बार सेवन करते रहने से बवासीर से राहत मिल सकती है।
- इसके अलावे सेब के सिरके में रूई को भिगो कर दर्द पर लगाने से बवासीर से उत्पन दर्द से आराम पाया जा सकता है।
- तिल के दाने से भी बवासीर का इलाज किया जा सकता है। तिल के दाने को पानी में उबाल कर उसका पेस्ट बनाकर बवासीर के दर्द के जगह पर लगाने से आराम मिलता है।
- इसके अलावे तिल के दाने के पेस्ट के साथ थोड़ा माखन मिलाकर रोजाना सेवन करने से भी बवासीर से निजाद पाया जा सकता है।
बवासीर के घरेलु उपचार - Herbal Home Remedies For Piles.
Reviewed by A Sinha
on
फ़रवरी 23, 2018
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